बाबा हठयोगी ने उठाये मौजूद अखाड़ा परिषद के अस्तित्व पर सवाल


हरिद्वार। कुम्भ 2021 को लेकर सरकार और संतो के बीच कई दौर की बैठकों के बाद सन्यासियों ओर बैरागियों के बीच तनातनी एक बार फिर उस समय देखने को मिली जब बैरागियों की ओर से बाबा हठयोगी ने अखाड़ा परिषद के अस्तित्व पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया।



बताते चले कि पहले उज्जैन ओर फिर प्रयागराज के कुंभ के बाद अब हरिद्वार कुंभ के लिए मौजूद अखाड़ा परिषद की ओर से तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी गई है जिसमे कई दौर की अखाड़ा परिषद की बैठके ओर कई दौर की सरकार की तरफ से बैठके हो गई है। हाल ही में अखाड़ा परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि अखाड़ा परिषद सरकार से बैरागी कैम्प में 60 एकड़ जमीन उन्हें दी जाए ताकि आगामी कुंभ में संतो की छावनियां वहाँ लगाई जा सके। 
जिस पर जवाबी हमला करते हुए बाबा हठयोगी ने कहा है कि जिस जमीन की अखाड़ा परिषद बात कर रही है पहले तो वह जमीन बैरागियों की है और दूसरे मौजूद अखाड़ा परिषद का अस्तित्व ही गलत है पूर्व में बैरागियों ओर सन्यासियों में समझौता हुआ था कि अखाड़ा परिषद में एक पद सन्यासियों का ओर एक बैरागियों का होना तय था। जबकि आज जो अखाड़ा परिषद अस्तित्व में है उसमें दोनों ही पद सन्यासियों ने कब्जाए हुए है जिसमे बैरागियों की अवहेलना होती देख रही है।