हरिद्वार। गँगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन में एक बार फिर से अनशन शुरू कर हो गया है। इस बार मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद की शिष्या साध्वी पद्मावती आश्रम में ही अनशन पर बैठ गई है। केंद्र सरकार के खिलाफ गँगा स्वछता से जुडी गँगा से जुडी छह सूत्रीय माँगो को लेकर उन्होने ये अनशन शुरू किया है।
स्वामी शिवानन्द का कहना है कि स्वामी ज्ञान स्वरुप की अनशन के दौरान मृत्यु के बाद मातृ सदन के संत आत्मबोधानंद ने उनके अनशन को जारी रखा और 4 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन पर अपने अनशन को स्थगित कर दिया। लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा उनकी माँगे आज तक पूरी नहीं हुई, इसलिए उन्हें अनशन की रह पकड़नी पड़ी। शिवानंद का कहना है कि उत्तराखंड में गँगा नदी पर निर्माणधीन और प्रस्तावित परियोजनाओं को तत्काल किया जाये , हरिद्वार में गँगा नदी पर पूर्णतया रोक लगे , गँगा से पांच दुरी पर स्टोन क्रेशर स्थापित किये जाये , एनजीटी के एक अधिकारी की जाँच और हरिद्वार के वर्तमान पुलिस कप्तान को तुरंत हटाए जाने वाली छह मांगे प्रमुख है।
वही इस बार मातृ सदन से पहली बार एक साध्वी ने अनशन शुरू किया है। स्वामी शिवानंद की शिष्या साध्वी पद्मावती अनशन पर है। साध्वी पद्मावती का साफ़ कहना है कि यदि सरकार गँगा स्वछता से जुडी उनकी इन छह माँगो पूरा नहीं करती तो वो शरीर त्याग देंगी लेकिन अनशन नहीं त्यागेंगी, मातृ सदन का त्याग का ये सिलसिला जारी रहेगा।