कुम्भ 2021 को भव्य बनाने को टीएसआर नहीं योगी जैसे तेज तर्रार : नरेंद्र गिरी


केन्द्र से कुम्भ बजट मांगने में हुई देरी के कारण कम हुआ बजट


हरिद्वार। आगामी कुंभ 2021 में केंद्र सरकार द्वारा प्रयागराज से कम बजट दिए जाने पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने राज्य सरकार को दोषी करार दिया , ओर साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि योगी जैसा मुख्यमंत्री ही करा सकता है प्रयागराज जैसा भव्य कुम्भ। इसके साथ ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा राममंदिर निर्माण को बनाये ट्रस्ट पर अपनी नाराजगी दिखाई है।
आगामी 2021 में हरिद्वार में कुम्भ होना है जिसे लेकर प्रदेश सरकार द्वारा बैठकों का दौर पिछले वर्ष से ही प्रारंभ हो था, लेकिन प्रदेश सरकार के सपनो पर पानी तब फिरा जब प्रदेश सरकार की अपेक्षा के अनुसार केंद्र ने कुम्भ को दिए जाने वाले बजट में कटौती कर दी। जिस पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से बजट मांगने में देरी कर दी जिस कारण बजट में कटौती हुई, हांलाकि उन्होंने कहा कि उनकी गृहमंत्री अमित शाह से हुई वार्ता में गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि कुम्भ में पैसो की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रयागराज जैसे भव्य कुंभ आयोजन के लिए योगी जैसे तेज तर्रार मुख्यमंत्री की आवश्यकता है जबकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री इतने तेज तर्रार नही है। 
वही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा राममंदिर के निर्माण को केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए ट्रस्ट पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हांलाकि उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के नाते उन्होंने केन्द्र से मांग की थी कि अखाड़ा परिषद को भी ट्रस्ट में जगह दी जाए। अब जो केन्द्र सरकार ने जो ट्रस्ट बनाया है उसमें या तो केवल संतो को रखना चाहिए था या फिर ग्रहस्थों को। जो ट्रस्ट बनाया गया है उसमें जो संत शंकराचार्य के नाम से जोड़े गये है उन्हें तो कोर्ट द्वारा पहले ही शंकराचार्य के पद से हटाया जा चुका है। वहीं जो अध्यक्ष बनाए गये वे ग्रहस्थ है और जो संत सदस्य बनाये गये है क्या वे एक ग्रहस्थ ही अध्यक्षता में कार्य कर पाएगें।