बाबा रामदेव ओर पतंजलि के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में दान किये करोड़ों


हरिद्वार। कोरोना जैसी वैश्विक माहवारी का दंश झेल रहे देश को योगगुरु बाबा रामदेव ने 25 करोड़ रुपये की सहायता राशि और पूरे देश मे पतंजलि में काम करने वाले कर्मचारियों के एक दिन का वेतन देने का एलान किया है। 
हरिद्वार के कनखल स्थित अपने आश्रम में प्रेस वार्ता कर बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि योगपीठ प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये आर्थिक सहायता राशि के रूप में जमा करा रहा है। साथ ही देशभर में पतंजलि में स्थाई रूप से काम करने वाले कर्मचारी भी अपना एक दिन का वेतन यानी डेढ़ करोड़ रुपये भी दान कर रहे है। 
बाबा रामदेव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई बातचीत में उन्होंने मोदी जी से आग्रह किया है कि यदि कही भी कोरोना से जंग में पतंजलि की जरूरत पड़ती है तो पतंजलि योगपीठ संस्थान उनके साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है। किसी भी आपातकालीन सेवा के लिए देश मे पतंजलि के 5 बड़े संस्थान, वो सरकार को देने के लिए तैयार है, इन पांचो संस्थानों में डेढ़ हजार बेड की व्यवस्था है और यहाँ रहने वाले कोरोना के मरीजों का पूरा खर्च भी पतंजलि ही उठायेगा।
वही बाबा रामदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री से कोरोना के मरीज उपलब्ध कराने की माँग भी की है ताकि पतंजलि योगपीठ में की गई रिसर्च के अनुसार वो उसका इलाज कर सके।
साथ ही बाबा रामदेव ने ये भी दावा किया है कि योग और आयुर्वेद द्वारा एविडेंस बेस्ड ट्रीटमेंट से उन्होंने ग्वालियर निवासी एक कोरोना के मरीज को केवल एक सप्ताह में ठीक किया है।
साथ ही बाबा रामदेव ने दिहाड़ी मजदूरों के पलायन को भी बड़ा खतरा बताया और कहा कि किसी भी स्थिति में पलायन रुकना चाहिए , पलायन से कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है।