कोरोना अपडेट- लॉक डॉउन में फसे बिहार और जम्मू के भूमिगत विधुत लाइन में लगे सैकड़ों मजदूर


हरिद्वार। कोरोना की वजह से देश मे 21 दिन का लॉक डाउन लागू है। लॉक डॉउन की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब, मजदूर और ठेके पर काम करने वाले लोग हुए हैं। हरिद्वार के ऋषिकुल में तकरीबन 200 सौ ठेके पे काम करने वाले मज़दूर लॉक डाउन की वजह से यहां रुके हैं।


बिहार और जम्मू के यह लोग भी अपने घर जाने के लिये स्थानीय प्रशासन और सरकार से गुहार लगा रहे हैं। मज़दूरों का कहना है कि जिस निजी कंपनी के लिये यह लोग काम कर रहे थे लॉक डाउन के सुरुआत में कंपनी ने 2-3 दिन इनको मदद की लेकिन उसके बाद से कंपनी ने किसी तरीके से कोई मदद देने से इंकार कर दिया है। अब यह लोग पूरी तरीके से स्थानीय प्रशासन पर निर्भर है। टेंट में रह कर यह लोग अपना पूरा दिन काट रहे हैं, इनका कहना है कि गर्मी और किसी तरह की कोई व्यवस्था न होने की वजह से इनको दिक्कतें आ रही है। मज़दूरों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा इनको बना भोजन मुहैया तो कराया जा रहा है लेकिन इससे इनका गुजर बसर मुश्किल से हो पा रहा है। अब यह लोग किसी भी तरीके से अपने-अपने घर जाना चाहते हैं। अब देखने वाली बात होगी कि लॉक डाउन की पूरी अवधि तक इन मज़दूरों को कैसे यहां रोका जाएगा और इनके खाने पीने की ज़िमेदारी का निर्वाह न करने वाली कंपनी आने वाले दिनों में क्या आगे बढ़ कर इनकी मदद के लिये सामने आएगा जिसके लिये बिहार के अररिया जिले और जम्मू से यह लोग यहां काम करने आए थे।