हरिद्वार। हड़ताल पर गए हरिद्वार के स्टोन क्रेशर कारोबारियों ने राष्ट्रिय राजमार्ग निर्माण के लिए खनन सामग्री उपलब्ध कराने वाले स्टोन क्रेशर को बंद करा दिया। बड़ी संख्या में पहुंचे क्रेशर कारोबारियों ने एनएचएआई के अधिकारियो पर बिना परमिशन के स्टोन क्रेशर चलाने का आरोप लगाया और जिला प्रशासन से इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की। वहीं जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार एवम खनन अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर एनएचआई के द्वारा चलाए जा रहें स्टोन क्रेशर को सील कर दिया।
यह स्टोन क्रेशर हरिद्वार के गँगा किनारे बैरागी कैंप में चलाया जा रहा था। स्टोन क्रेशर कारोबारियों ने मौके पर खनन विभाग और एनएचएआई के अधिकारियो को मौके पर बुलाया स्टोन क्रेशर को बंद करा दिया। क्रेशर कारोबारियों की और से स्टोन क्रेशर वेलफेयर अध्यक्ष निशांत भैरव ने आरोप लगाते हुए कहा कि इनके पास कोई प्रदुषण , भण्डारण की परमिशन के कोई दस्तावेज नहीं है। बिना परमिशन के ये क्रेशर के चलने के इसके पीछे किसका हाथ है उसकी जाँच होनी चाहिए और जितना माल इन्होने यहाँ से उठाया और स्टोर किया हुआ है, इस सब की पैमाइश करके इन पर बड़ा जुर्माना भी लगाने की मांग उन्होंने की है।
वही एनएचएआई के अधिकारी भी परमिशन के सवाल का सही जवाब नहीं दे पाए। उनका कहना है कि कुम्भ मेले को देखते हुए उनके ऊपर केंद्र सरकार और न्यायलय का प्रेशर है। स्टोन क्रेशर चलाने के लिए परमिशन की प्रक्रिया अभी जारी है। काम की गति और परमिशन का इंतजार करते रहे तो वो समय से एनएच का काम समय पर पूरा नहीं कर पाएंगे।