दवाईयों और अन्य अतिआवश्यक मेडिकल समान जीएसटी मुक्त हो,प्रधानमंत्री को लिखा पत्र


हरिद्वार। कोरोना त्रासदी के कारण देश में लागू लॉक डॉउन जारी है जिसके कारण व्यापारी वर्ग खासा परेशान है लेकिन वह फिर भी अपनी और से हर सम्भव समाज हित में कार्य कर रहा है इसी क्रम में हरिद्वार के युवा व्यापारी नेता और उत्तरांचल पंजाबी महासभा के गढ़वाल प्रभारी सुनिल अरोड़ा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम सोसल मीडिया पर पत्र लिख कर कोरोना से बचाव व इलाज के लिए उपयोग में लाए जा रहें उपकरणों और दवाईयों पर से जीएसटी हटाए जाने की मांग का पत्र लिखा है ताकि आज इनकी उपलब्धता जल्द से जल्द की जा सकें।
सुनील अरोड़ा कि तरफ से प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र इस प्रकार है —————


माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी



कोविड—19 की त्रासदी ने सम्पूर्ण मानव जाती को परेशान किया है, भारत में जान-माल का नुकसान बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना से बचाव व इलाज के लिए बहुत बडी संख्या में उपकरण व दवाइयां बन रही हैं उन पर हाल में लग रहे GST का ब्यौरा इस प्रकार है :


मुख्य दवाइयां : 12%
प्रोटेक्शन परिधान: 12%
सेनिटाइजर: 18%
मास्क : 5%
वेंटिलिटेर : 12%
विश्व-भर के देशों में दवाइयां व उपकरणों को बनाने के लिए सरकारी मदद दी जा रही है, ऐसी स्थिति में हरिद्वार का व्यापारी आपसे यह अनुरोध करता है कि उक्त सामग्री पर जीएसटी वसूलना सही नहीं है। 
प्रोटेक्शन परिधान (PPE) की भारी कमी को हमारे डॉक्टरो और नर्सों ने उजागर किया है, GST जैसा टैक्स उनकी जल्द उपलब्धता में रुकावट डालेगा। हम प्रधानमंत्री के मास्क पहनने का अनुरोध का स्वागत करते हैं, साथ ही इसके उत्पादन को GST से परे रखने की उम्मीद करते हैं।


हमारे देश में वेंटिलिटेर की काफी कमी है, ऐसे में कुछ प्राइवेट कम्पनियों ने आगे बढ़कर कम समय में वेंटिलिटेर उपलब्ध करवाने की क्षमता दिखाई है परन्तु उन पर टैक्स लगाना उचित नही है। उपरलिखित सभी दवाई व उपकरणों पर सरकार को तुरंत GST हटाना चाहिए


कोरोना को हराने के लिए जो उपकरण बनाये जा रहे हैं, ऐसे में सरकार को राजस्व कमाने के मौके के रूप से बचना चाहिए,हमें पूरी उम्मीद है की प्रधानमंत्री जी इस अपील का संज्ञान ले कर तुरंत GST हटाएंगे। 


जय हिन्द। जय उत्तराखण्ड।