हरिद्वार। लॉक डॉउन का असर अब धीरे धीरे मध्यम वर्गीय परिवार पर भी दिखना शुरू हो चला है अप्रैल माह से स्कूलों का नया सत्र प्रारम्भ होना था लेकिन लॉक डॉउन के चलते अभी स्कूलों में पढायी की व्यवस्था आॅनलाइन और सोसलमीडिया के माध्यम से की जा रही है। लेकिन प्राईवेट स्कूलों द्वारा सत्र के प्रारम्भ में मांगी जाने वाली फीस को लेकन आम मध्यम वर्गीय परिवार आमदनी ना होने कारण चिंता में है और सभी की सरकार से यह मांग है कि वह इसमें हस्तक्षेप करें और स्कूलों को आदेश जारी कर प्राईवेट स्कूलों द्वारा ली जाने वाली तीन माह और एडमीशन की फीस ना ली जाए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो मध्यम वर्गीय परिवार पर इस लॉक डॉउन में आर्थिक भार पडने वाला है।
वहीं मध्यम वर्गीय परिवार की इन चिंताओं से जिला प्रशासन भी अवगत है। हरिद्वार जिलाधकारी सी रविशंकर ने कहा कि जल्द ही मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ सभी स्कूलों की बैठक होनी है उसमें ही यह तय होगा। हालांकि कुछ स्कूल खुद ही आगे आकर ऐसे वक़्त में फीस माफ करने की बात भी कही है।
लॉक डाउन की वजह से गरीब और मध्यम वर्ग परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग परिवार सरकार से राहत की उम्मीद लगाए बैठा है।
लॉक डॉउन का असर अब मध्यमवर्गीय परिवारों पर,स्कूलों से फीस माफी की मांग