हरिद्वार। उत्तराखंड की आगामी चारधाम यात्रा 2020 विधिवत रूप से पूजा अर्चना के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा घोषित की जा चुकी है उत्तराखंड चारधाम यात्रा से जुड़े टैक्सी-मैक्सी, ट्रांसपोर्ट एसो., ट्रेवल व्यवसाय, टूर ऑपरेटर व व्यापारी नेताओ ने उत्तराखंड मैक्सी-टैक्सी के संरक्षक संजय चोपड़ा के संयोजन में सामाजिक दूरी के साथ गोविंद भवन स्थित प्रांगण में परिचर्चा के साथ राज्य सरकार को दो सूत्रीय मांगों का अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर उत्तराखंड मैक्सी-टैक्सी महासंघ के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड राज्य में 75 प्रतिशत व्यापार उत्तराखंड चारधाम यात्रा से ही संचालित होता है कोविड -19 के दृष्टिगत आगामी चारधाम यात्रा 2020 का संचालन होना दूर तक कही भी आसार नजर नहीं आ रहे है यदि लॉकडाउन समाप्त हो भी जाता है तो भी आगामी चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्री का आना संभव नही है राज्य सरकार को मैक्सी-टैक्सी वाहन स्वामी व चालको के परिवार की जायज मांगो पर तत्काल विचार कर उत्तराखंड परिवाहन प्राधिकरण को सरकार द्वारा निर्देशित कर मैक्सी- टैक्सी वाहन से सम्बंधित वसूली के समस्त टैक्स, टैक्सी गाड़ियों की बीमा योजनाएं भी माफ किया जाना न्यायपूर्ण होगा ताकि आने वाले आगामी वर्षों में पुनः मोटर व्यवसाय अपने कारोबार को संचालित करने में सक्षम रहे।
इस अवसर पर ट्रांसपोर्ट एसो. के अध्यक्ष गरीश भाटिया (बंटी), कोषाअध्यक्ष सरदार इक़बाल सिंह, उपाध्यक्ष चंद्रकांत शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा पूर्व के वर्ष 2019 में दिल्ली, देहरादून, ऋषिकेश रेललाइन के विकास कार्यो की वजह से ट्रेनों का आने जाने का सिलसिला स्थिगित पड़ा था जिससे व्यापारी वर्ग पहले से ही कर्ज़े की मार झेल रहे है वही कोरोना वायरस की इस अंतरराष्ट्रीय महामारी के दृष्टिगत आगामी उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2020 सुचारू रूप से संचालित होने की कोई संभावना नही दिखाई दे रही है ऐसे में टैक्सी चालको की तन्खाह नही दे पा रहे है यदि राज्य सरकार उत्तराखंड के सभी टैक्सी- मैक्सी ट्रांसपोर्ट व्यवसायों की पीड़ा को समझते हुए प्रत्येक चालक 50-50 हज़ार अनुदान राशि उपलब्ध करानी चाहिए ताकि असंगठित क्षेत्र के टैक्सी चालक अपने परिवार का पालन पोषण इस कोरोना जंग के दौरान कर सके।
परिचर्चा में प्रस्तुत दो सूत्रीय मांग इस प्रकार है
प्रथम रूप से अंतरराष्ट्रीय महामारी कोविड-19 के दृष्टिगत आगामी चारधाम यात्रा प्रतिबंध होने पर उत्तराखंड के चार से पाँच लाख मैक्सी-टैक्सी वाहन स्वामियों की पीड़ा को समझते हुए 2020 का सम्पूर्ण रोड टैक्स, पैसेंजर टैक्स, वाहनों पर संचालित बीमा योजनाओ को पूर्ण रूप से जनहित में माफ किया जाए।
दूसरी मांग प्रत्येक चालक को अपने परिवार के पालन पोषण के लिए आगामी चारधाम यात्रा की स्थिगित जैसी स्थिति को समझते हुए 50-50 हज़ार की अनुदान राशि की मदद किये जाने की मांग को दोहराया।
इस अवसर पर मैक्सी- टैक्सी, ट्रांसपोर्ट एसो. के परिचर्चा व सरकार से प्रस्तावित दो सूत्रीय मांगों का समर्थन करते हुए सांसद के प्रतिनिधि, व्यापारी नेता संजय त्रिवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। मैक्सी-टैक्सी वाहन स्वामियों की परिचर्चा को संबोधित करते वरिष्ठ ट्रेवल व्यवसाय सुरेंद्र जैन, भूमन्नाथ गोस्वामी, हरीश भाटिया, राजीव अग्रवाल, नितिन गुप्ता, महामंत्री संजय शर्मा आदि शामिल रहे।