हरिद्वार। लॉक डाउन के धर्मनगरी हरिद्वार का संत समाज, गरीब और बेसहारा लोगो का सहारा बने हुए है। दक्षिण काली पीठाधीश्वर व् अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज रोजाना आवश्यक सामग्री बाँटने के साथ ही हजारों लोगो का पेट करने का काम रहे है। आज भी उन्होंने काली मंदिर परिसर के बाहर 1700 लोगो को भोजन वितरित किया। इस दौरान कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई जूना अखाड़े के साधु संतो की हत्या के पीछे महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दोनों साधुओं के साथ उनके ड्राइवर की हत्या की निष्पक्ष जाँच कराये जाने की मांग की। इतना ही नहीं कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने अखाडा परिषद् के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज के महराष्ट्र कूच करने का समर्थन करते हुए महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
लॉक डाउन के पहले दिन से ही कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज गरीब बेसहारा लोगो को भोजन के साथ ही कच्चा राशन और आवश्यक सामग्री बाँटने का काम कर रहे है। आज भी उन्होंने 1700 लोगो भोजन बांटा . इस दौरान कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि जब तक लॉक डाउन जारी रहेगा तब तक वो एक भी व्यक्ति को भूखा नहीं रहने देंगे। जब तक सरकार या प्रशासन उन्हें ये नहीं कहता कि महाराज अब उन्हें भोजन या अन्य सेवाओं की आवश्यकता नहीं है तब तक उनका ये सेवा करने का क्रम निरंतर जारी रहेगा।
वही कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई जूना अखाड़े के दो संतो की हत्या की कड़ी निंदा की और महाराष्ट्र सरकार और प्रशासन की कमियां है। लॉक डाउन में एक गावं में 200 लोग इकट्ठा होकर हत्या कर देते है इसमें प्रशासन की बड़ी चूक है। उन्होंने अखाडा परिषद् के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज के आह्वान का समर्थन करते हुए चेतावनी भी दी कि यदि इन हत्याओं की निष्पक्ष जाँच नहीं हुई तो महाराष्ट्र सरकार को हिन्दू विरोधी ही नहीं राष्ट्र विरोधी माना जायेगा और लॉक डाउन के बाद भारत के सभी साधु संत महाराष्ट्र कूच करेंगे और महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध बड़ा आंदोलन भी करेंगे।
महाराट्र में हुए साधु संतो की हत्या के विरोध में भारत का संत समाज एकजुट होकर सरकार की निंदा कर रहा है , यदि इसकी जाँच से साधु संत संतुष्ट नहीं हुए तो संतो की महाराष्ट्र कूच की चेतावनी लॉक डाउन के बाद महाराष्ट्र सरकार के बड़ी चिंताएं पैदा कर सकती है।