अवधेशानंद गिरी की उपस्थिति में रामकिशन मिशन सेवाश्रम ने वेदपाठी ब्राह्मणों में वितरित की राशन किट


हरिद्वार। कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से दुनिया को निजात दिलाने के लिए धर्म और अध्यात्म का सहारा भी लिया जा रहा है। हरिद्वार में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में कोरोना से बचाव के लिए शांति की कामना की गई। विशेष प्रार्थना सभा मे जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी के साथ 101 वेदपाठी ब्राह्मणों ने शांतिपाठ किया और दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की कामना की। इस मौके पर मिशन की और से आज भी जरूरतमंदों को राशन व अन्य सामान वितरित किया गया। इस मौके पर मिशन के सभी संतगण, चिकित्सक, नर्स व अन्य सेवक भी उपस्थित रहे। 
कोरोना से मुक्ति के लिए रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम ने आज एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के सामने 101 वेदपाठी ब्राह्मणों ने शांतिपाठ किया। शांतिपाठ में मुख्य रूप से जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी उपस्थित थे। आचार्य के साथ ही वेदपाठी ब्राह्मणों ने शांतिपाठ किया। शांतिपाठ में वेदपाठी ब्राह्मणों के अलावा अस्पताल के चिकित्सक, नर्स व अन्य सभी चिकित्सा कर्मी, व आश्रम के संत उपस्थित थे। 
धर्म और अध्यात्म के जरिये हर तरह की बीमारी और मुसीबत से लड़ा जा सकता है। संतो का कहना है कि शांतिपाठ और यज्ञ में बहुत शक्ति होती है। यज्ञ भी सेवा है। जैसे निर्जीव वृक्ष में बजी सेवा भाव होता है, वह भी यज्ञ करता है सेवा का यज्ञ। वृक्ष निर्जीव होने के बावजूद भी हमे स्वच्छ प्राणवायु, देता है, फल देता है और यज्ञ के लिए समिधा भी देता है। ऐसी तरह से यज्ञ और दान में बहुत शक्ति होती है। यज्ञ, शांतिपाठ से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन मे सकारात्मकता आती है। शांतिपाठ से हमे बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है।



रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम लॉक डाउन के बाद से ही लगातार गरीबो व जरूरतमंदों की सेवा करता आ रहा है। मिशन द्वारा अब तक कई हजार लोगों को राशन व अन्य जरूरत का सामान वितरित कर चुका है।आश्रम के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद का कहना है कि मिशन का उद्देश्य सेवा करना है। जब जब पर आपदा की घड़ी आई है हमने भी लोगो की सेवा करने को अपना धर्म समझा है। आज हमने शांति पाठ के साथ ही जरूरतमंदों को समान का वही वितरण किया है। उंन्होने कहा कि अभी 20 मई तक हमने जरूरतमंदों की सेवा करने कंलक्ष्य निर्धारित किया है। अगर लॉक डाउन इनके बाद भी बढ़ता है तो आगे भी सेवा कार्य को जारी रखने पर विचार किया जाएगा।