सीओ अभय सिंह और अनुराग के प्रयास से भवानी कुमार जाएगा उड़ीसा


हरिद्वार। कहते है ना कि जब भगवान किसी को मिलाना चाहे तो लाख मुश्किलों के बावजूद भी किसी ना किसी माध्यम से मिला ही देता है। यही वाक्या यहां हरिद्वार घूमने आए उड़ीसा के एक युवक के साथ हुआ। हरिद्वार आया भवानी कुमार कोविड—19 के कारण देश में लागू हुए लॉक डॉउन के चलते हरिद्वार में फंस गया और किसी कारण उसका सामान गुम हो गया ​जिस कारण वह दिमागी रूप से थोड़ा बीमार हो गया। वह किसी को अपना नाम, पता भी नहीं बता पा रहा था। वो तो भला हो उत्तराखण्ड की मित्र पुलिस और समाजसेवी अनुराग शर्मा को जिनके प्रयासों से आज भवानी के परिवार वाले उसे लेकर उड़ीसा वापस चले गए।


हरिद्वार के रेलवे रोड़ के पास रहने वाले अनुराग शर्मा जो कि पेशे से एक फिजियो है को लॉक डॉउन के शुरूआत में ही अपने घर के बाहर करीब 25 —26 साल का एक युवक बहुत ही दैनिय स्थिति में दिखायी दिया जो दिमागी रूप से बिमार लग रहा था। अनुराग के अनुसार उसके द्वारा युवक को खाना दिए जाने से सिलसिला शुरू हुआ तो उस युवक ने अपना नाम भवानी कुमार बताया, और अधिक जानकारी करने पर युवक ने बताया कि वह उड़ीसा का रहने वाला है और हैदराबाद में सोफ्टवेयर कम्पनी में काम करता है और हरिद्वार घूमने आया था यहां उसके साथ कुछ अप्रीय घटीत हुआ और उसका सारा सामान कही गुम हो गया जिसके चलते उसे दिमागी तौर पर आघात हुआ। अनुराग ने बताया की शुरू में युवक कुछ भी बोल नहीं रहा था अनुराग द्वारा दोस्ती करने के बाद युवक का उस पर भरोसा हुआ तब जा कर युवक ने कुछ बोलना शुरू किया। जिसके बाद युवक के परिजनों को ढुंढने का प्रयास किया तो फेसबुक पर युवक ने अपने भाई को पहचाना तो उसके परिजनों से सम्पर्क का रास्ता बना। अनुराग ने युवक के विषय में हरिद्वार के सीओ सिटी अभय कुमार को बताया जिन्होंने अनुराग को उसका खयाल रखने को कहा कि वे युवक के परिजनों को हरिद्वार बुलाने का प्रयास करेगें।



अनुराग की देखभाल और सीओ सिटी अभय सिंह के प्रयासों से भवानी कुमार के परिजनों से सम्पर्क हो पाया और आज उसके परिजन उड़ीसा सरकार से परमीशन बना कर भवानी को लेने हरिद्वार पहुंचे है और अभय सिंह के प्रयासों से ही हरिद्वार से वापसी का परमिशन कराया गया। ताकि भवानी कुमार अपने घर पहुंच सकें।



भवानी के भाई ने अनुराग और सीओ सिटी का सुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि इनके प्रयासों से ही आज उनका भाई अपने घर जा पा रहा है।


हर तरफ इस कार्य के लिये अनुराग और हरिद्वार पुलिस की सराहना हो रही है। अनुराग और सीओ अभय सिंह जैसे लोगों की वजह से ही आज भी मानवता ज़िंदा है।